कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों पर जब आरबीआई के फैसलों की मार पड़ी तो ज्यादातर निवेशकों को रोने पर मजबूर होना पड़ा। लेकिन कुछ लोगों के लिए यह कमाई का मौका भी बन गया। अगर आप पैसा नहीं बना पाए तो कम से कम यह ब्लॉग पढ़कर जान लीजिए कि कैसे एक हज़ार रुपए एक दिन में ₹20 लाख बन गए।
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कोटक महिंद्रा बैंक के पुट ऑप्शन में गुरुवार को बंपर तेजी आई, जो अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसे ही एक पोस्ट में एक ट्रेडर्स ने एक स्क्रीनशॉट शेयर किया, जिसमें दिख रहा था कि किसी ने 24 अप्रैल को दोपहर 03:11 बजे पर कोटक महिंद्रा बैंक के पुट ऑप्शन के 18 लॉट का खरीदने का ऑर्डर दिया था। ट्रेडर्स ने कहा कि इस व्यक्ति ने मुश्किल से हजार रुपए निवेश किए होंगे और आज ₹20 लाख तक की कमाई की होगी।
गुरुवार 25 अप्रैल को एक्सपायर होने वाले कोटक महिंद्रा बैंक के शॉर्ट कॉन्ट्रैक्ट में 104 फीसदी से 71 हज़ार 600 फीसदी तक का भारी उछाल देखा गया। उदाहरण के लिए कोटक बैंक एपीआर 1700 के पीई कॉन्ट्रैक्ट का भाव बुधवार को ₹0.20 के बंद भाव से बढ़कर गुरुवार को ₹60 पर पहुंच गया। इसमें करीब 29 हज़ार 900 फीसदी की उछाल थी।
इस तरह कोटक बैंक पीआर 1660 के पीई कॉन्ट्रैक्ट के भाव बुधवार के ₹0.05 के बंद भाव से उछलकर गुरुवार को 17 दशमलव जीरो ₹5 पर पहुंच गया, जो करीब 34 हज़ार फीसदी का उछाल था। इसके अलावा कोटक बैंक के पीआर 1680 के पीई कॉन्ट्रैक्ट का भाव बुधवार को ₹0.05 के बंद भाव से उछलकर गुरुवार को ₹35.85 पर पहुंच गया, जो करीब 71 हज़ार 600 फीसदी का बंपर उछाल था।
कोटक महिंद्रा बैंक के पुट ऑप्शन में यह उछाल भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से की गई एक कार्रवाई के बाद आया। आरबीआई ने बैंक को ऑनलाइन चैनलों के जरिए नए ग्राहक जोड़ने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर रोक लगा दी है। इस कार्रवाई के बाद गुरुवार को कोटक महिंद्रा बैंक का शेयर 10 फीसदी से अधिक गिर गया। शुक्रवार 26 अप्रैल को कारोबार के दौरान भी कोटक महिंद्रा बैंक के करीब दो फीसदी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे।
ऑप्शन मार्केट के एक अनुभवी ट्रेडर्स ने मनीकंट्रोल को बताया कि कीमतों में यह बदलाव असामान्य लगता है, लेकिन ऐसा है नहीं। उन्होंने कहा कि बाजार बंद होने के समय कोटक को लेकर आई बड़ी खबर और फिर उसके अगले दिन इसके शेयरों में तगड़ी गिरावट को देखते हुए इसके एफएंडओ कॉन्ट्रैक्ट में ऐसा उतार चढ़ाव आना तय था। उन्होंने कहा, एक्सपायरी पर सभी ऑप्शन शून्य हो जाते हैं, इसलिए इनमें से कई ऑप्शन बुधवार को ₹0.05 और ₹0.10 पर कारोबार कर रहे होंगे। हालांकि एक्सपायरी के दिन जब इसका भाव अचानक से 10 फीसदी तक गिर गया तो फिर इसके पुट ऑप्शन में भारी तेजी आ गई।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कोटक महिंद्रा बैंक को ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग के जरिये नए ग्राहक जोड़ने से रोक दिया है। बैंक को क्रेडिट कार्ड जारी करने से भी मना किया गया है। कोटक के खिलाफ बुधवार को आरबीआई के इस ऐक्शन का असर गुरुवार को बैंक के शेयर पर दिखाई दिया। कारोबार के दौरान एक समय यह 12 फीसदी से ज्यादा लुढ़क गया था।
केंद्रीय बैंक ने आईटी नियमों का बार-बार अनुपालन न करने की वजह से बुधवार को कोटक के खिलाफ कार्रवाई की थी। आरबीआई के अनुसार, उसे कोटक महिंद्रा बैंक के आईटी जोखिम प्रबंधन और सूचना सुरक्षा संचालन में ‘गंभीर कमियां’ मिली हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का कोटक महिंद्रा बैंक के खिलाफ ऐक्शन
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार को कोटक महिंद्रा बैंक के खिलाफ ऐक्शन एकदम से नहीं ले लिया। इसके लिए उसने दो साल तक इंतजार किया। जब उसे अपेक्षित सुधार देखने को नहीं मिले, उसके बाद केंद्रीय बैंक ने कार्रवाई की। ऐक्शन लेने की वजह बताते हुए आरबी ने 15 अप्रैल 2024 का भी जिक्र किया है। आखिर उस दिन ऐसा क्या हुआ था। दो साल तक निगरानी के बाद यह कदम उठाया गया है। खास बात यह है कि अपने बयान में आरबीआई ने 15 अप्रैल, 2024 का भी जिक्र किया है। आखिर उस दिन क्या हुआ था? क्यों आरबीआई को उस दिन की बात याद रही? आइए, यहां जानते हैं।
कोटक महिंद्रा बैंक के खिलाफ आरबीआई ने कैसे किया है 15 अप्रैल 2024 का जिक्र?
आरबीआई ने अपने ऐक्शन के पीछे बहुत सारी चीजों का हवाला देते हुए 15 अप्रैल का भी जिक्र किया है। उसके अनुसार, ‘एक मजबूत आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर और आईटी रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क के अभाव में बैंक के कोर बैंकिंग सिस्टम (सीबीएस) और इसके ऑनलाइन और डिजिटल बैंकिंग चैनलों को पिछले दो सालों में लगातार रुकावटों का सामना करना पड़ा है।
हाल ही में सेवा में व्यवधान आया है। 15 अप्रैल, 2024 को जिसके कारण ग्राहकों को गंभीर असुविधाएं हुईं।’ 15 अप्रैल 2024 को क्या हुआ था? कोटक महिंद्रा बैंक के कई ग्राहक उस दिन बैंक के मोबाइल एप्लिकेशन का इस्तेमाल करने में असमर्थ थे। उन्होंने अपना असंतोष व्यक्त करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया।
कुछ ग्राहकों ने नेट बैंकिंग, यूपीआई और डेबिट कार्ड से लेनदेन ठीक से नहीं होने की भी शिकायत की। एक ग्राहक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अनुरोध किया कि समस्या की जल्द से जल्द जांच करें और इसे जल्द ही हल करें। स्क्रीनशॉट भी अटैच किया।
ग्राहकों की शिकायतों का जवाब देते हुए कोटक महिंद्रा बैंक ने अपने ऑफिशियल कस्टमर केयर हैंडल से कहा, ‘हमें आपको यह बताते हुए खेद है कि हमारे तकनीकी सर्वर वर्तमान में रुक-रुक कर धीमी गति से चल रहे हैं। हम समस्या को हल करने और जल्द से जल्द सेवाओं को बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं। इससे होने वाली किसी भी असुविधा के लिए हम क्षमा चाहते हैं। हम आपके धैर्य और समझ की सराहना करते हैं।
‘काफी समय से आरबीआई की नजर में था कोटक महिंद्रा बैंक
बयान के मुताबिक, लगातार दो वर्षों तक नियामक दिशानिर्देशों के तहत निर्धारित शर्तों के विपरीत कोटक महिंद्रा बैंक में आईटी जोखिम और सूचना सुरक्षा संचालन में कमी पाई गई।
आरबीआई ने दिसंबर, 2020 में बार-बार प्रौद्योगिकी संबंधी खराबी सामने आने पर एचडीएफसी बैंक पर भी नए कार्ड जारी करने और नई डिजिटल पहल शुरू करने पर रोक लगा दी थी। हालांकि मार्च, 2022 में यह रोक हटा दी गई थी। केंद्रीय बैंक ने कहा कि किसी भी अन्य नियामक, पर्यवेक्षी या प्रवर्तन कार्रवाई से प्रभावित हुए बिना ये कार्रवाइयां की गईं। इन्हें रिजर्व बैंक की ओर से किसी भी बैंक के खिलाफ शुरू किया जा सकता है।
भारतीय रिजर्व बैंक की कार्रवाई के बाद से कोटक महिंद्रा बैंक पर असर
भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से एक बड़ी कार्रवाई के बाद कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) का हाल बुरा हो चुका है। पिछले दो दिनों में इसके शेयरों में 13 फीसदी की गिरावट आई है, जिस कारण निवेशकों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है. गुरुवार को इसके शेयर 10 फीसदी से ज्यादा गिरे, जबकि शुक्रवार को इस बैंक के शेयरों में करीब 2 फीसदी की गिरावट आई. अभी इस बैंक के शेयर 1,614.70 रुपये पर हैं।
गुरुवार और शुक्रवार के बीच कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों (Kotak Mahindra Bank Share) में गिरावट के कारण बैंक का मार्केट कैप भी तेजी से गिरा है और यह घटकर 3.19 लाख करोड़ रुपये हो चुका है. ऐसे में इसने देश के चौथे सबसे बड़े बैंक का दर्जा भी खो दिया है. अब देश का चौथा सबसे बड़ा बैंक Axis Bank है।
एक्सिस बैंक ने कोटक महिंद्रा बैंक को छोड़ा पीछे
एक्सिस बैंक ने मार्च तिमाही के मजबूत नतीजों के बाद इसके शेयरों में लगभग पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है, जिस कारण इसके मार्केट कैप में उछाल आया है और इसका बाजार पूंजीकरण बढ़कर 3.48 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जो कोटक महिंद्रा बैंक के मार्केट कैप से ज्यादा है. एक्सिस बैंक ने जनवरी-मार्च तिमाही में ₹ 7,130 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया , जबकि पिछले साल की इसी अवधि में उसे ₹ 5,728.4 करोड़ का घाटा हुआ था।